आमला। छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप पीने से जहां 14 बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, वहीं बैतूल जिले में भी दो मासूम बच्चों की मौत की बात सामने आई है। इन घटनाओं से आहत होकर प्रदेश अध्यक्ष जिलाध्यक्ष निलय डागा आज 7 अक्टूबर को पीड़ित परिवारों से मिलने कलमेश्वर और जामुन बिछुआ गांव जाएंगे। इसके बाद वे बैतूल कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। साथ ही पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने और मुआवजा देने की बात उठाएंगे।
गौरतलब है कि बैतूल के कलमेश्वर गांव के रहने वाले किसान कैलाश यादव के चार वर्षीय पुत्र कबीर को सर्दी-जुकाम होने पर सिरप पीते ही कबीर की तबीयत बिगड़ गई। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 8 सितंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसी तरह जामुन बिछुआ गांव के निवासी निखलेश ने भी अपने मासूम बेटे गर्मित को खो दिया। सर्दी-जुकाम की हालत में गर्मित को भी वही कफ सिरप दी गई, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ती गई। अंततः गर्मित की मौत हो गई। इन दर्दनाक घटनाओं से पूरे जिले में आक्रोश है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष निलय डागा ने कहा है कि इन दोनों घटनाओं में परिवार आर्थिक रूप से भी टूट गया है। पीड़ित परिवारों को इलाज के लिए अपना खेत तक गिरवी रखना पड़ा। यह बेहद शर्मनाक होने के साथ ही मेडिकल लापरवाही का मामला है, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवारों को उचित आर्थिक सहायता दी जाए, बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार जहरीली दवाओं की बिक्री की अनुमति देने वाले ड्रग इंस्पेक्टरों, विभाग के अधिकारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और स्वास्थ्य विभाग के संबंधित मंत्री के खिलाफ भी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही से मासूमों की जान न जाए।