आमला ।शहर में लंबे समय से सट्टे का जाल फैलाने वाले तीन सटोरियों को पुलिस ने आखिरकार रंगे हाथ पकड़ लिया। यह वही नाम हैं, जिनसे आमला के लोग डरते थे। वीरेंद्र पाल, मोहम्मद शादाब, और वीरेंद्र उर्फ डैनी। तीनों पर वर्षों से सट्टा लेखन और अवैध कमाई का आरोप था, लेकिन लोग शिकायत करने से डरते थे। सोमवार रात को हुई इस कार्रवाई के बाद नगरवासियों ने राहत की सांस ली। पुलिस ने मौके से ₹1500 की नगदी, पर्चियां और पेन जब्त किए हैं। तीनों को सट्टा अधिनियम की धारा 4(क) और धारा 170 बीएनएसएस के तहत जेल भेजा गया है।
आमला में सट्टे का जाल बिछाकर दबदबा बना रखा था
सूत्रों के अनुसार वीरेंद्र पाल, शादाब और डैनी पिछले कई महीनों से आमला नगर के अलग-अलग मोहल्लों में सट्टा लिखवाने का काम कर रहे थे। बताया जाता है कि उनका नेटवर्क इतना मजबूत था कि लोग इनके डर से जुबान नहीं खोलते थे। रात में गली-गली में इनके एजेंट घूमते थे और नंबर लिखकर रुपए इकट्ठा करते थे। खासकर छोटे दुकानदार और बेरोजगार युवाओं को ये अपने जाल में फंसा लेते थे। पुलिस के आने से पहले कई बार ये लोग सूचना पाकर फरार भी हो जाते थे। पर इस बार मुखबिर की सटीक खबर पर पुलिस ने पूरी तैयारी से छापा मारा और तीनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
लोगों में था खौफ, अब शहर में चैन की हवा
शहर के लोगों ने बताया कि इन तीनों के डर से कोई खुलकर कुछ नहीं कहता था। कई बार सट्टे के चलते झगड़े और विवाद भी होते थे, पर मामला दबा दिया जाता था। मोहल्लों में चर्चा थी कि इनका स्थानीय स्तर पर दबदबा है और इन्हें ‘बड़ा संरक्षण’ मिला हुआ है। कई बार ये लोग खुलेआम सट्टे की बात करते नजर आते थे। लेकिन सोमवार को जब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया तो लोगों ने राहत की सांस ली। आमला के बाजार और कॉलोनियों में अब चर्चा है कि अब शायद सट्टे का ये जाल टूट जाएगा। लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसी सख्त कार्यवाही होती रहे।
सटोरियों के पकड़े जाने से पुलिस की साख बढ़ी, आमजन में विश्वास लौटा
हालांकि पुलिस का कहना है कि ये तीनों सिर्फ शुरुआत हैं इनके पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। गिरफ्तार सटोरिए पहले भी कई बार संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहे हैं। आमला की गलियों में इनका दबदबा इतना था कि लोग इनसे नजरें मिलाने से भी कतराते थे। अब गिरफ्तारी के बाद लोग खुलकर बोल रहे हैं कि कैसे सट्टे के कारण घर-परिवार तबाह हो गए। पुलिस का कहना है कि जो भी इनके साथ जुड़ा है, उसे भी बख्शा नहीं जाएगा। शहर में अब यह चर्चा आम है तीन सटोरिए गए जेल, अब आमला में सन्नाटा और सुकून दोनों लौट आए हैं।