आमला.दादाजी धुनि वाले की पदयात्रा पांचवे दिन भीमपुर पहुंची। यह पदयात्रा आमला से खंडवा तक जारी है, जिसमें भक्त दादाजी के दर्शन और गुरु पूर्णिमा के दिन निशान चढ़ाने के लिए उत्साहित हैं। पदयात्रा में भक्तों ने बारिश के बावजूद भी अपनी यात्रा जारी रखी है। भक्तों ने बताया कि वे दादाजी की कृपा और आशीर्वाद के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। पदयात्रा का उद्देश्य शहर में अमन, चैन और खुशहाली बनाए रखना है। भक्तों ने दादाजी से प्रार्थना की है कि किसानों को उनकी उपज का अधिक लाभ मिले। पदयात्रा में भक्तों का उत्साह और समर्पण देखते ही बनता है।
बारिश में भीग कर भक्तों का उत्साह और समर्पण
पदयात्रा में भक्तों का उत्साह और समर्पण देखते ही बनता है। भक्तों ने बताया कि वे दादाजी की कृपा और आशीर्वाद के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। पदयात्रा का उद्देश्य शहर में अमन, चैन और खुशहाली बनाए रखना है। भक्तों ने दादाजी से प्रार्थना की है कि किसानों को उनकी उपज का अधिक लाभ मिले। पदयात्रा में भक्तों ने बारिश के बावजूद भी अपनी यात्रा जारी रखी है। भक्तों का कहना है कि वे दादाजी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। पदयात्रा में भक्तों का उत्साह और समर्पण देखते ही बनता है।
पदयात्रा का उद्देश्य अमन चैन खुशहाली की की जाएगी प्राथना
पदयात्रा का उद्देश्य शहर में अमन, चैन और खुशहाली बनाए रखना है। भक्तों ने दादाजी से प्रार्थना की है कि किसानों को उनकी उपज का अधिक लाभ मिले। पदयात्रा में भक्तों ने बारिश के बावजूद भी अपनी यात्रा जारी रखी है। भक्तों का कहना है कि वे दादाजी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। पदयात्रा का उद्देश्य दादाजी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है। भक्तों ने बताया कि वे पदयात्रा के माध्यम से दादाजी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। पदयात्रा में भक्तों का उत्साह और समर्पण देखते ही बनता है।
गुरु पूर्णिमा पर विशेष होगा खंडवा में आयोजन
गुरु पूर्णिमा के दिन पदयात्रा खंडवा पहुंचकर निशान चढ़ाएगी और प्रसादी का वितरण करेगी। भक्तों ने बताया कि वे गुरु पूर्णिमा के दिन दादाजी की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। पदयात्रा का उद्देश्य दादाजी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है। भक्तों ने बताया कि वे पदयात्रा के माध्यम से दादाजी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन पदयात्रा का समापन होगा। भक्तों ने दादाजी से प्रार्थना की है कि शहर में अमन, चैन और खुशहाली बनी रहे। पदयात्रा में भक्तों का उत्साह और समर्पण देखते ही बनता है।