आमला। नगर में धार्मिक आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिला। भक्तों ने श्रद्धा भाव से महालक्ष्मी माता का पूजन कर 56 प्रकार के भोग (छप्पन भोग) अर्पित किए। माता की झांकी और भोग के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और आशीर्वाद प्राप्त किया।
मनीष जैन ने यह बताया कि हमारे यहां प्रतिवर्ष महालक्ष्मी जी का पूजन किया जा रहा है जिसमें 56 प्रकार के भोग सात्विक 16 प्रकार की सब्जियां एवं फलों का भोग लगाया जाता है आरती एवं पूजन किया जाता है और उन्होंने बताया कि यहां परंपरा डेढ़ सौ साल से निभा रहे है महालक्ष्मी के दर्शन करने से अपनी मनोकामना पूर्ण होती है और बड़े भाव भक्ति से पूजा की जाती है l
यह आयोजन कोई साधारण नहीं बल्कि सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परंपरा का हिस्सा है। इस परंपरा को निभाते हुए समाजजनों ने आस्था, भक्ति और एकता का संदेश दिया।
पूरे आयोजन के दौरान माता महालक्ष्मी के जयकारों और भक्ति गीतों से वातावरण पवित्र और भक्तिमय हो उठा।